नौ मन दूध बटोरि कै टिपका दिया बिनास
दूध फाटि कांजी भया, हुआ घिउ का नास
कबीर
एक मन में लगभग चालीस किलो होते हैं. तो यानी 360 किलो दूध में अगर आप कुछ बून्दें ऍसिड की टपका दें, तो दूध फट जाता है और उसके अन्दर के घी का (यानी फ़ायदेमन्द सार का) नाश हो जाता है.
तो अगर आपने ज़िन्दगी भर ईमान्दारी से काटी है, तो ज़रा से फ़ायदे के लिए इतनी लम्बी ईमानदार ज़िन्दगी पर बट्टा ना लगने दें.
सहमत।
ReplyDelete