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Sunday, March 6, 2011

जवानी को बचा सकते तो हैं हर दाग़ से वाइज़

जवानी को बचा सकते तो हैं हर दाग़ से वाइज़
मगर ऐसी जवानी को जवानी कौन कहता है

नामालूम

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