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Saturday, May 15, 2010

आशिक़ है तो दिलबर को हर इक रंग में पहचान

हर आन में हर बात में हर ढंग में पहचान
आशिक़ है तो दिलबर को हर इक रंग में पहचान

नज़ीर अकबराबादी

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