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Sunday, December 6, 2009

कुछ लोग अभी तक साहिल से तूफ़ां का नज़ारा करते हैं

ऎ मौजे बला! इन को भी ज़रा दो चार थपेड़े हल्के से

कुछ लोग अभी तक साहिल से तूफ़ां का नज़ारा करते हैं

मुईन अहसन जज़्बी

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