Urdu, Hindi, Sanskrit, English, Greek and Latin - all the poetry that has touched me.
नाज़ुक ख़यालियाँ मिरी तोड़े उदू का दिल
मैं वो बला हूं शीशे से पत्थर को तोड़ दूं
ज़ौक़
बहुत-बहुत बधाई!
बहुत-बहुत बधाई!
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