This is a famous poem on Netaji Subhash Chandra Bose by Gopal Prasad Vyas. It has been made even more famous by Navjot Singh Sidhu who literally gifted it to Imran Khan, by using it as a paean for Imran at the Kartarpur corridor inauguration. The name of the original poem is नेताजी सुभाषचन्द्र बोस. Interestingly, the word itihaas is a Sanskrit word. Most Pakistanis would not even understand it. They use the word 'taariiKh' for history.
Hai samay nadii kii baaRh jisme.m sab bah jaayaa karte hai.n
hai samay baRaa tuufaan prabal parvat jhuk jaayaa karte hai.n
aksar dunyaa ke log samay me.n chakkar khaayaa karte hai.n
lekin kuchh aise hote hai.n, itihaas banaayaa karte hai.n
है समय नदी की बाढ़ कि जिसमें सब बह जाया करते हैं।
है समय बड़ा तूफ़ान प्रबल पर्वत झुक जाया करते हैं ।।
अक्सर दुनिया के लोग समय में चक्कर खाया करते हैं।
लेकिन कुछ ऐसे होते हैं, इतिहास बनाया करते हैं ।।
Time is like a turbulent flooded river which sweeps away everyone
Time's a great typhoon which can bend the most inveterate mountains
Time often makes people run around in circles
But then there are those men who create history.
The rest of the Hindi poem is given below:
यह उसी वीर इतिहास-पुरुष की अनुपम अमर कहानी है।
जो रक्त कणों से लिखी गई,जिसकी जयहिन्द निशानी है।।
प्यारा सुभाष, नेता सुभाष, भारत भू का उजियारा था ।
पैदा होते ही गणिकों ने जिसका भविष्य लिख डाला था।।
यह वीर चक्रवर्ती होगा , या त्यागी होगा सन्यासी।
जिसके गौरव को याद रखेंगे, युग-युग तक भारतवासी।।
सो वही वीर नौकरशाही ने,पकड़ जेल में डाला था ।
पर क्रुद्ध केहरी कभी नहीं फंदे में टिकने वाला था।।
बाँधे जाते इंसान,कभी तूफ़ान न बाँधे जाते हैं।
काया ज़रूर बाँधी जाती,बाँधे न इरादे जाते हैं।।
वह दृढ़-प्रतिज्ञ सेनानी था,जो मौका पाकर निकल गया।
वह पारा था अंग्रेज़ों की मुट्ठी में आकर फिसल गया।।
जिस तरह धूर्त दुर्योधन से,बचकर यदुनन्दन आए थे।
जिस तरह शिवाजी ने मुग़लों के,पहरेदार छकाए थे ।।
बस उसी तरह यह तोड़ पींजरा , तोते-सा बेदाग़ गया।
जनवरी माह सन् इकतालिस,मच गया शोर वह भाग गया।।
वे कहाँ गए, वे कहाँ रहे,ये धूमिल अभी कहानी है।
हमने तो उसकी नयी कथा,आज़ाद फ़ौज से जानी है।।
Gopal Prasad Vyas
गोपालप्रसाद व्यास
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